Orange Economy क्या है? WAVES शिखर इवेंट में पीएम मोदी ने दी इसकी सम्पूर्ण जानकारी 

Orange Economy: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को मुंबई में WAVES Summit को संबोधित किया। इसी दौरान पीएम मोदी ने कंटेंट क्रिएशन इकोनॉमी बारे में भी बहुत चीजों के बारे में बताया है, तो चलिए इसके बारे में जानते है।

Orange Economy: सपनो के नगरों मुंबई में आयोजित किये गए चार दिवसीय WAVES Summit का भव्य उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। जहां उन्होंने वैश्विक रचनात्मकता, भारतीय सिनेमा की विरासत और भारत के ‘कहानी-संपन्न’ भविष्य पर जोर दिया है। 

इस कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर पीएम मोदी ने न सिर्फ कलाकारों और क्रिएटर्स को संबोधित किया, बल्कि भारत को ग्लोबल क्रिएटिव हब बनाने के अपने विज़न को भी साझा किया है, तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानते है। 

क्या है Orange Economy ?

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान कहा, वर्तमान युग भारत में ‘ऑरेंज इकोनॉमी’ के सूर्योदय युग का प्रतीक है, उन्होंने कहा कि हम ऑरेंज इकोनॉमी के विकास के युग को देख रहे हैं। ऑरेंज इकोनॉमी के तीन स्तंभ कंटेंट, रचनात्मकता और संस्कृति हैं। 

आज भारत संगीत, फिल्म और गेमिंग के वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है। ऑरेंज इकोनॉमी के फलने-फूलने के साथ, भारत का ग्राफिक और एनीमेशन उद्योग जबरदस्त विकास करेगा और देश के लिए आर्थिक समृद्धि लाएगा।’

भारत में Orange Economy के 3 धुरी

इवेंट के दौरान पीएम मोदी ने क्रिएटर्स के महत्व का जिक्र किया और कहा कि “भारत में इस समय क्रिएटिविटी की नई लहर चल रही है। क्रिएटर्स देश की अर्थव्यवस्था में नई वेव ला सकते हैं। भारत सरकार क्रिएटर्स के साथ है। ये भारत में ऑरेंज इकोनॉमी का उदय काल है। कंटेंट, क्रिएटिविटी और कल्चर, ये Orange Economy की 3 धुरी है। 

भारतीय फिल्मों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय फिल्में अब दुनिया के कोने-कोने में पहुंच रही हैं। आज 100 से अधिक देशों में भारतीय फिल्में रिलीज होती हैं। इसलिए आज बड़ी संख्या में विदेशी दर्शक भारतीय कंटेंट को सबटाइटल्स के साथ देख रहे हैं। 

फिल्म निर्माण, डिजिटल कंटेंट और गेमिंग पर क्या बोले पीएम मोदी 

पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत फिल्म निर्माण, डिजिटल कंटेंट, गेमिंग, फैशन और संगीत का वैश्विक हब बन रहा है। लाइव कॉन्सर्ट से जुड़ी इंडस्ट्री के लिए अनेक संभावनाएं हमारे सामने हैं। आज ग्लोबल एनिमेशनल मार्केट का आकार 430 बिलियन डॉलर से ज्यादा का है। अनुमान है कि अगले 10 सालों में ये दोगुना हो सकता है।  ये भारत की एनिमेशन और ग्राफिक इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ा अवसर है।

‘वेव्स एक ऐसा वैश्विक मंच है, जो आप जैसे हर कलाकार, हर क्रिएटर का है। जहां हर कलाकार, हर युवा एक नए विचार के साथ रचनात्मक दुनिया के साथ जुड़ेगा। आज 1 मई है। आज से 112 साल पहले 3 मई, 1913 को भारत में पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र रिलीज हुई थी, इसके निर्माता दादासाहेब फाल्के जी थे और कल ही उनकी जन्मजयंती थी। 


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Vishal Kumar

मेरा नाम विशाल कुमार है, मैं एक कंटेंट राइटर हूं। मुझे देश, विदेश से संबंधित विषयों पर लिखना बेहद पसंद है। मुझे इस छेत्र में पिछले 4 साल का अनुभव है। मैंने B N Mandal University से अपना ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी किया है।