Ladli Behna Yojana: मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की करोड़ों बहनों का 23वीं किस्त का इंतजार लंबा होता जा रहा है। 10 अप्रैल निकल गई है लेकिन अबतक खाते में 1250 रु नहीं पहुंचे है।आमतौर पर हर माह की 10 तारीख को योजना की किस्त जारी कर दी जाती है। कभी कभी त्यौहारों और विशेष अवसर को देखते हुए तय तारीख से पहले भी राशि जारी कर दी जाती है।
लेकिन इस बार तय तारीख निकलने के बाद भी किस्त जारी नहीं हुई है। अब संभावना जताई जा रही है कि 12 अप्रैल को हनुमान जयंती या फिर 13 अप्रैल को गृहमंत्री अमित शाह के एमपी आने पर राज्य की मोहन यादव सरकार 23वीं किस्त जारी कर सकती है, तो चलिए इसके बारे में जानते है।
इन दो जिलों में 11 हजार बहनों के नाम हटाएँ गए
जानकारी के मुताबिक, इस बार 11 हजार महिलाओं को लाभ नहीं मिलेगा। 1. 27 करोड़ लाभार्थियों में से उम्र अधिक होने के चलते सतना व मैहर की 11 हजार महिलाओं को लाभ नहीं मिलेगा।चुंकी नियम के तहत योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं की उम्र 23 से 60 वर्ष तक होनी चाहिए।
वर्तमान में सतना व मैहर जिलों में तकरीबन 3 लाख 78 हजार महिलाओं को योजना का लाभ मिलता है, लेकिन 9 हजार महिलाओं की उम्र 60 वर्ष पूरी हो चुकी है। ऐसे में एमपी शासन के पोर्टल से उनका नाम ऑटोमेटिक हट गया है। इसके अलावा 2 हजार के करीब महिलाओं ने इस योजना का लाभ लेना स्वतः बंद कर दिया है।
हर महीने आती है इतने किस्त
लाड़ली बहना योजना का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके जीवन को बेहतर बनाना है। इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को 1000 रुपए देने का फैसला किया गया था और फिर इसकी पहली किस्त 10 जून को जारी की गई थी।
इसके बाद रक्षाबंधन 2023 पर राशि को बढ़ाकर 1250 रुपए कर दिया गया था। अब इस योजना के तहत 1250 रुपए महीना के हिसाब से महिलाओं को सालाना 15,000 रुपये मिलते हैं। लाड़ली बहनों को जून 2023 से मार्च 2025 तक मासिक आर्थिक सहायता राशि की कुल 22 किश्तों का अंतरण किया है।
क्यों हो रही इतनी देरी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, सरकार ने अभी तक लाडली बहना योजना को लेकर खुलकर बात नहीं कर रहा है। वित्त विभाग के अधिकारी और महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग के अधिकारी भी इस बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं।