Mobile Recharge Hike: देश के 120 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स को एक बार फिर से बड़ा झटका लग सकता है। टेलीकॉम कंपनियां इस साल के आखिर तक रिचार्ज प्लान महंगा कर सकती हैं। रिसर्च एनालिस्ट्स की मानें तो, टेलीकॉम कंपनियां आने वाले कुछ महीनों में मोबाइल प्लान की दरों में 10 से 20 प्रतिशत तक बढ़ोतरी कर सकती हैं।
यह टेलीकॉम कंपनियों द्वारा पिछले 6 साल में चौथा बड़ा प्राइस हाइक होगा। इससे पहले पिछले साल जुलाई में निजी टेलीकॉम कंपनियों ने अपने मोबाइल प्लान की दरों में 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की थी, तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
5G नेटवर्क पर किया जा रहा बड़ा निवेश
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, वोडाफोन-आइडिया को अपने प्लान की दरें तुरंत बढ़ा देनी चाहिए ताकि 4G एक्सपेंशन और 5G रोल आउट में हुई देरी को कवर किया जा सके। इसके लिए कंपनी को बड़े निवेश की जरूरत है।
पिछले साल जुलाई में हुए प्राइस हाइक के बावजूद वोडाफोन-आइडिया का ऑपरेशनल रिकवरी सही से नहीं हो पाया है। इसकी मुख्य वजह सब्सक्राइबर बेस में लगातार गिरावट और 5G लॉन्च करने के लिए बड़े पैमाने पर किए जाने वाला निवेश रहा है।
छोटे-छोटे रिचार्ज अब लगेंगे भारी
मनी कंट्रोल की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, टेलीकॉम सेक्टर के जानकारों का कहना है कि कंपनियां इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश, स्पेक्ट्रम और लाइसेंस फीस जैसे खर्चों के चलते आमदनी बढ़ाने के लिए टैरिफ हाइक का सहारा ले रही हैं। ये 6 सालों में चौथी बार होगा जब मोबाइल प्लान्स की कीमतें बढ़ेंगी।
10 से 20 प्रतिशत महंगे होंगे प्लान
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीकॉम इंडस्ट्री के एनालिस्ट्स का मानना है कि टेलीकॉम कंपनियां इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा निवेश कर रही हैं। साथ ही, रेगुलेटरी जरूरतों को पूरा करने, लाइसेंस आदि में भी किए गए खर्च की वजह से टेलीकॉम कंपनियों पर फंड का दबाब बन रहा है।