Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया को हिन्दू धर्म में बहुत ही बड़ा महत्त्व दिया जाता है। इस दिन माँ लक्ष्मी की पूजा करने का अलग ही महत्व है। अक्षय का मतलब होता है, जो कभी ख़त्म न हो। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से पूजा-पाठ और दान पुण्य करने से इंसान को कभी धन और सुख की कमी नहीं होती।
लोग इस मौक़े पर सोना ख़रीदते हैं, नया व्यापार शुरू करते हैं और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए उपवास रखते हैं, तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
इस दिन नए कामों को कर सकते है शुरू
अक्षय तृतीया के दिन नए कामों की शुरुआत करने के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है। इस दिन लोग नया व्यापार शुरू करते हैं, घर खरीदते हैं, शादी करते हैं या कोई अन्य महत्वपूर्ण काम शुरू करते हैं। मान्यता यह भी है कि अक्षय तृतीया के मुहूर्त में जो भी काम किया जाए, वह सफल हो जाता है और इसका शुभ असर भी पड़ता है।

अक्षय तृतीया का महत्व और शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया का दिन हर तरह से शुभ माना जाता है। इस दिन कोई भी काम बिना पंचांग देखे किया जा सकता है। 2025 में अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन त्रेता युग की शुरुआत हुई थी और भगवान परशुराम का जन्म भी इसी दिन हुआ था। इसलिए इस दिन को बेहद पवित्र माना जाता है।
इस बार बन रहे 10 महायोगों का संयोग
पंडित रामकुमार तिवारी ने मीडिया रिपोर्ट से बात करते हुए बताया कि इस दिन गजकेसरी, उभयचरी, वाशी सहित 10 महायोगों का निर्माण हो रहा है। इस दिन सर्वार्थ सिद्घि, रवि योग के साथ ही प्रापर्टी में निवेश व नया व्यापार करना लाभकारी होगा। इस प्रकार का महासंयोग इससे पहले सात मई 2008 में पड़ा था। इस वर्ष अक्षय तृतीया मंगलवार शाम 5.32 से शुरू होकर बुधवार दोपहर 2.15 बजे तक रहेगा।
सोना खरीदने का है बेहद शुभ दिन
पंडितों का कहना है कि अक्षय तृतीया के दिन खरीदे गए सोने का कभी क्षरण नहीं होता,बल्कि इसमें जबरदस्त बढ़ोतरी होती है। सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त शाम 5.41 बजे से लेकर दोपहर 1.15 बजे तक है। अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदारी के साथ ही प्रापर्टी, वाहन में निवेश करना भी लाभदायक होता है। सोने की कीमतों में पिछले दिनों आई थोड़ी गिरावट के चलते अक्षय तृतीया के दिन बुकिंग भी जबरदस्त हुई है।