Bihar Teacher: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बीते सोमवार को कई स्कूलों में वीडियो कॉल के जरिए हेडमास्टर और शिक्षकों से बात की थी। कई जगह से लापरवाही भी सामने आई। अब लापरवाही के मामले में एक्शन भी शुरू हो गया है।
ऐसा ही एक मामला में पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय धवही खलसा टोला के प्रधान शिक्षक रितेश कुमार वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। एसीएस ने जब वीडियो कॉल लगाया था तो रितेश कुमार दुकान पर थे, तो आइये इसके बारे में जानते है।
क्या है पूरा मामला
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बीते सोमवार सुबह रितेश कुमार वर्मा को फोन (वीडियो कॉल) लगाया था। एसीएस ने पूछा कि रितेश कुमार वर्मा जी बोल रहे हैं। इस पर जवाब आया, जी सर. एसीएस ने कहा कि रितेश जी स्कूल में हैं क्या? इस पर शिक्षक को जवाब देने में पसीना छूटने लगा क्योंकि वह स्कूल में नहीं थे। शिक्षक ने जवाब दिया, “दो मिनट में आ रहे हैं सर.” एसीएस ने फिर से पूछा कि किधर घूम रहे हैं? शिक्षक ने जवाब दिया।”दुकान पर गए थे. आ ही गए सर.” इसी मामले में उन्हें सस्पेंड किया गया है।
लगभग सभी शिक्षक पर हो सकती है कार्रवाई
शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ के सवाल दर सवाल का शिक्षक के पास कोई उत्तर नहीं था। इतने सवाल एक साथ होने पर शिक्षक के होश उड़ गये। शिक्षक बोला- ‘नहीं कर स्कूल में आ गए हैं। सर. एस. सिद्धार्थ कहां रुकनेवाले थे, उन्होंने कहा, ‘दूसरे टीचर से बात कराइए।”
अब शिक्षक के पास कोई उत्तर नहीं था। इस तरह से शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ ने गुरूजी के खेल को पकड़ लिया। अब देखना होगा, स्कूल की बजाय दुकान पर बैठे गुरूजी के खिलाफ शिक्षा विभाग क्या कार्रवाई करता है।
Bihar, an Assistant Chief Secretary (ACS) called a government school teacher only to find he wasn’t in class but at a local shop! The teacher quickly responded,Sir, I’m on my way to school now. raises questions on school discipline and teacher accountability.#localtak #biharnews pic.twitter.com/SV1Cues2H9
— LocalTak™ (@localtak) April 8, 2025
सोमवार को 110 टीचर नहीं थे उपस्थित
सोमवार को हुई ऑनलाइन उपस्थिति जांच में 110 शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं की थी, जबकि कुछ शिक्षकों ने समय के बाद अपनी हाजिरी बनाई थी। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि समय पर स्पष्टीकरण न देने वाले शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।