Brain Health Boosting Tips: बढ़ती उम्र के साथ दिमाग की सेहत का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ दिमाग की कोशिकाओं का डैमेज होना भी तय है। डिमेंशिया जैसी बीमारियां, जो याददाश्त, समझने की क्षमता और मानसिक सेहत को प्रभावित करती हैं, उम्र बढ़ने के साथ ज्यादा सामान्य हो जाती हैं।
हालांकि, कुछ खास लाइफस्टाइल बदलाव अपनाकर दिमाग को लंबे समय तक स्वस्थ और एक्टिव रखा जा सकता है। ब्रेन को हेल्दी बनाए रखने के लिए न केवल सही पोषण की जरूरत होती है, बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से एक्टिव रहना भी जरूरी है, तो आइये इसके बारे में जानते है।

इन तरीकों से दिमाग को रखें एक्टिव
1. रोज सुबह मेडिटेशन करें
मेडिटेशन दिमाग को तेज करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसका दिमाग पर बहुत अधिक असर होता है। नियमित रूप से मेडिटेशन सीखने और याददाश्त बढ़ा सकता है। एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से मेडिटेशन करने से तनाव को कम किया जा सकता है।
2. दिमाग को भी आराम दें
शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क को भी आराम देने की जरूरत होती है। नियमित रूप से मस्तिष्क को ब्रेक देने से ध्यान, रचनात्मकता और उत्पादकता में सुधार करने में मदद मिलती है। इसका मतलब सिर्फ़ पर्याप्त नींद लेना नहीं है, इसमें पूरे दिन छोटे-छोटे ब्रेक लेना भी शामिल है। एक अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से छोटे-छोटे ब्रेक लेने से मानसिक थकान कम करने और याददाश्त में सुधार करने में मदद मिलती है।
3. हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें
हरी पत्तेदार सब्जियां भले ही बच्चे पसंद नहीं करते, लेकिन ये उनके दिमाग की पावर बढ़ाने में बूस्टर की तरह काम करती हैं। पालक, मेथी, ब्रोकोली, फूलगोभी और पत्तागोभी में मौजूद बीटा कैरोटिन दिमाग की बत्ती जला देते हैं। इससे दिमाम की फंक्शनिंग पावर बूस्ट होती है और सुप्त दिमाग जाग उठता है।
4. एरोबिक एक्सरसाइज करें
एरोबिक एक्सरसाइज न केवल हमारे शरीर के लिए बल्कि दिमाग के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। एरोबिक एक्सरसाइज में पैदल चलना, तैरना और साइकिल चलाना जैसी गतिविधियां शामिल हैं, जो मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा सकती हैं और नए न्यूरॉन्स के विकास में मदद करती हैं। नियमित रूप से एरोबिक एक्सरसाइज करने से याददाश्त को बढ़ाता है।
5. चीनी का सेवन कम करें
चीनी का सेवन शरीर के साथ-साथ दिमाग के लिए भी हानिकारक होता है। चीनी के अधिक सेवन से याददाश्त क्षमता में कमी आती है और अल्जाइमर जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, चीनी से भरपूर आहार मस्तिष्क में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा कर सकता है, जिससे याददाश्त क्षमता में कमी आ सकती है। इसलिए चीनी के सेवन को सीमित करके आप अपने दिमाग को भी स्वस्थ रख सकते हैं।